किराना दुकान व घर में लगी भीषण आग
अंबिकापुर शहर से लगे कंचनपुर ग्राम में मंगलवार रात एक किराना दुकान व घर में भीषण आग लग गई। बताया गया कि जिस वक्त आग लगी उस वक्त गांव में लाइट गुल थी। उस दुकान में किराना और सामान्य चीजों के अलावा पेट्रोल की भी बिक्री होती है। इसी दौरान एक युवक दुकान में पेट्रोल खरीदने आया। दुकान में बैठी महिला पेट्रोल को डिब्बे से बोतल में डालने लगी।
दुकान में अंधेरा होने के कारण वहां मोमबत्ती जली हुई थी। पेट्रोल मोमबत्ती के संपर्क आया और देखते ही देखते वहां भीषण आग लग गई। महिला और युवक दोनों आग की चपेट में आ गए। युवक ने आग से भभक रहे पेट्रोल के डिब्बे को पैर से मार कर दूर भगाया लेकिन इस दौरान उसके पैर में आग लग गई। महिला आग लगने के बाद दुकान के भीतर कोने में खड़ी हो गई। इसी दौरान दुकान में रखे फ्रीज का कंप्रेशर फट गया। इससे आग भीतर तक फैल गई। सूचना पर दमकल वाहन के साथ टीम पहुंची। आग में काबू पाने के साथ दमकलकर्मियों ने आग के भीतर से महिला को बाहर निकाला। आग से गंभीर रूप से झुलसी महिला और युवक को मेडिकल कालेज अस्पताल अम्बिकापुर में भर्ती कराया गया है। इस घटना में किराना दुकान व घर पूरी तरह जल गया।
जानकारी के अनुसार गांधीनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत कंचनपुर में लालसाय नामक ग्रामीण कार्तिक किराना दुकान का संचालन करता है। घर के सामने छोटे से हिस्से में दुकान और पीछे उसका परिवार रहता है। उसकी 34 वर्षीय पत्नी दरीना और तीन साल का एक लड़का भी है। मंगलवार रात करीब आठ बजे बिजली गुल होने के कारण अंधेरा छाया हुआ था। उस वक्त महिला दरीना ने दुकान में मोमबत्ती जला रखी थी। इसी दौरान गांव का एक युवक अजय अपने वाहन के लिए बोतल में पेट्रोल लेने आया। महिला पेट्रोल के डिब्बे से बोतल में पेट्रोल डालने लगी। इसी दौरान मोमबत्ती और पेट्रोल का संपर्क हुआ और आग तेजी से फैल गई। हड़बड़ी में महिला के हाथ से पेट्रोल का डिब्बा युवक की तरफ गिरा जिससे युवक उसकी चपेट में आया। युवक ने तत्काल जलते हुए पेट्रोल के डिब्बे को पैर से मार कर बाहर किया लेकिन इस दौरान उसका पैर आग में झुलस गया। इस बीच आग तेजी से फैलने के कारण महिला अंदर की ओर घुस गई। इस बीच सूचना मिलने पर फायर स्टेशन प्रभारी अंजनी तिवारी के निर्देश पर फायर चालक पवन गुप्ता, फायरमैन गौरव पाठक, राजेश्वर गुप्ता और नंदकिशोर वहां पहुंचे।तब तक आग दुकान व घर के हिस्से में फैल गई थी। दमकल कर्मियों ने तत्काल आग को बुझाने का प्रयास शुरू किया। एक घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
दमकलकर्मियों ने दिखाया साहस, आग के बीच से महिला को निकाला
आग बुझाने के दौरान दमकलकर्मियों को पता चला कि किराना दुकान संचालक की पत्नी दरीना भीतर आग में फंसी हुई है। इसका पता चलते ही गौरव पाठक, नंदकिशोर, राजेश्वर साहस का परिचय देते हुए आग की लपटों से होते हुए भीतर घुसे और महिला को किसी तरह वहां से बाहर निकाला। तब तक महिला आग से काफी झुलस चुकी थी। सूचना पर पहुंची एंबुलेंस में युवक अजय और महिला दरीना को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया। आग से झुलसी महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है। हालांकि युवक की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है लेकिन उसके पैर का निचला हिस्सा जल गया है।
पति व बच्चा बाहर होने से गंभीर दुर्घटना टली
जिस वक्त आग लगी गांव में लाइट गुल थी। गर्मी के कारण ग्रामीण लालसाय अपनी पत्नी दरीना को दुकान में बैठाकर अपने तीन वर्षीय बच्चे के साथ दुकान के सामने टहल रहा था। आग लगने के बाद जितनी तेजी से दुकान से घर तक फैली, उससे अनुमान लगाया जा सकता है कि अगर आग लगने के दौरान तीनों दुकान के भीतर होते तो मामला बड़ा गंभीर हो सकता था। लेकिन लाइट गुल होने के कारण पति और बच्चा बाहर थे। हालांकि महिला काफी गंभीर रूप से झुलस गई है।