अक्सर जन्मकुंडली में सब कुछ अच्छा होते हुए भी शादी के कई सालों बाद भी घर में संतान का योग नहीं बनता है. ज्योतिष के अलावा भी कुछ ऐसे संयोग हैं, जिनकी वजह से अक्सर घरों में बच्चे नहीं होते या होने से पहले या होकर खत्म हो जाते हैं. इसके लिए घर का वास्तु भी काफी हद तक ज़िम्मेदार होता है. आइए जानते हैं कौन से ऐसे वास्तु कारण हैं, जो ये समस्या उत्पन्न करते हैं, साथ ही जानेंगे इसके आसान उपाय .हड्डी की रीढ़ से जुड़ी समस्या आजकल बहुत आम हो गई है. यह समस्या कई बार हमारे घर के माहौल और उसकी दिशा-निर्देशों से भी जुड़ी हो सकती है, अगर आप या आपके परिवार के किसी सदस्य को रीढ़ की हड्डी से परेशानी हो रही है, तो जरूरी है कि आप अपने घर की दिशा और उसमें रखे सामान पर ध्यान दें. विशेषकर घर का दक्षिण-पश्चिम भाग, जिसका हमारे स्वास्थ्य और संतुलन पर खास प्रभाव होता है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं

दक्षिण-पश्चिम दिशा और उसका महत्व
दक्षिण-पश्चिम दिशा को हमारे घर में स्थिरता और मजबूती का प्रतीक माना जाता है. यदि इस क्षेत्र में कोई असंतुलन हो जाए, तो इसका सीधा असर हमारे स्वास्थ्य, विशेष रूप से हड्डी और रीढ़ की हड्डी पर पड़ सकता है. ऐसे असंतुलन कई कारणों से हो सकते हैं, जैसे इस दिशा में अत्यधिक भारी सामान रखना, दीवारों में क्षतिग्रस्त स्थान होना या वहां हरे रंग के पौधे रखना.


घर के दक्षिण-पश्चिम हिस्से की जांच कैसे करें?
अगर रीढ़ की हड्डी में समस्या हो रही है, तो सबसे पहले अपने घर के दक्षिण-पश्चिम हिस्से की जांच करें. देखें कि वहां कोई दीवार क्षतिग्रस्त तो नहीं है, या कहीं दीवार पर कीलें जड़ी हुई तो नहीं हैं, यदि दीवार में कोई कील लगी हो, तो उसे निकालकर उस जगह को सफेद सीमेंट से ठीक कर लें. इससे दीवार मजबूत होगी और वातावरण में स्थिरता आएगी.

भारी सामान का प्रभाव
घर के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में भारी वस्तुएं रखने से भी परेशानी हो सकती है, यदि आपने वहां भारी अलमारी, तिजोरी या अन्य भारी सामान रखा है, तो संभव है कि यह आपके शरीर, खासकर रीढ़ की हड्डी पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा हो. ऐसे सामान को वहां से हटाकर किसी और सुरक्षित स्थान पर रख दें.

पौधों और रंगों का ध्यान रखें
कुछ लोग घर की सजावट के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा में हरे रंग के पौधे या फूल लगाते हैं, लेकिन यह सही नहीं है. हरे रंग के पौधे इस दिशा में समस्या बढ़ा सकते हैं. इसलिए अगर वहां हरे पौधे हैं, तो उन्हें हटा दें. इसके बजाय, आप इस दिशा में पीले रंग का बल्ब लगा सकते हैं. पीला रंग सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाता है और आपको आराम का अनुभव कराता है.

संक्षेप में उपाय
1. दीवारों की मरम्मत – यदि दीवार में कील लगी हो या कोई क्षति हो तो उसे ठीक करें.
2. भारी सामान हटाएं – दक्षिण-पश्चिम हिस्से से भारी सामान हटा दें.
3. हरे पौधे निकालें – इस दिशा में हरे रंग के पौधे न रखें.
4. पीले रंग का बल्ब लगाएं – पीला बल्ब ऊर्जा को संतुलित करता है.

ध्यान रहे कि गंभीर समस्या के लिए डॉक्टर से सलाह लेना भी जरूरी है. घर की दिशा और सजावट केवल सहायक उपाय हैं, वे उपचार का विकल्प नहीं हैं. इसलिए संतुलित जीवनशैली और समय पर चिकित्सा सलाह लेना सबसे जरूरी है.