मुंबई ।  महाराष्ट, विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को साधने के लिए राजनीतिक पार्टियों ने वादों की झड़ी लगा दी है। 5 अक्टूबर को एकनाथ शिंदे ने महायुति के घोषणा पत्र के 10 प्रमुख वादों का ऐलान किया था। उसके बाद रविवार को पहले भाजपा और फिर महा विकास अघाड़ी ने अपना-अपना घोषणा पत्र जारी किया। लेकिन दोनों पार्टियों का पूरा फोकस  महिला, किसान और युवाओं पर है। दरअसल, राज्य में इन तीनों वर्ग के मतदाताओं की संख्या अधिक है और महिला, किसान और युवा किंगमेकर बनेंगे। इसलिए इनको साधने के लिए पार्टियां कोई कोर-कसर नहीं छोडऩा चाहती हैं।
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों के लिए 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। पिछले चुनाव में भाजपा को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली थीं। हालांकि, चुनाव के बाद शिवसेना एनडीए से अलग हो गई और उसने एनसीपी-कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बना ली। शिवसेना के उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे। जून 2022 में शिवसेना में आंतरिक कलह हो गई। इसके बाद एकनाथ शिंदे ने पार्टी के 40 विधायकों को तोड़ दिया। एकनाथ शिंदे भाजपा के समर्थन से मुख्यमंत्री बन गए। अब शिवसेना दो गुटों में बंट चुकी है। शरद पवार की एनसीपी भी दो गुट- शरद पवार और अजित पवार में बंट गई है।


संकल्प पत्र में सबको साधने की कोशिश
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा रविवार को अपना घोषणा पत्र (संकल्प पत्र) जारी किया। गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा पत्र को सार्वजनिक किया। भाजपा ने किसानों का कर्ज माफ करने का ऐलान किया है। साथ ही किसानों के लिए भावांतर योजना लागू करने की भी घोषणा की गई है। महाराष्ट्र में 25 लाख नई नौकरियों का भी वादा किया गया है। राज्य में स्किल सेंटर्स खोलने का भी ऐलान किया गया है। भाजपा ने वृद्धा पेंशन 2100 रुपये प्रतिमाह करने का वादा किया है। वृद्ध पेंशन योजना के तहत सीमा 1500 रुपये से बढ़ाकर 2100 रुपए की जाएगी। शाह ने कहा कि हम जो संकल्प पत्र लेकर आए हैं, उसमें 25 प्रमुख मुद्दे हैं। लाडली बहन योजना और वृद्धावस्था पेंशन में हम बढ़ोतरी कर रहे हैं। किसानों के ऋण माफ और किसान सम्मान निधि को 12 हजार रुपए से बढ़ाकर 15 हजार रुपये करेंगे। 10 लाख प्रतिभावान छात्रों को मासिक 10 हजार रुपए का मानदेय देंगे। 45 हजार गांवों में रास्ते बनाए जाएंगे। आशा वर्कर और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का बीमा किया जाएगा और उनका मासिक वेतन 15 हजार रुपए तक बढ़ाया जाएगा।


महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब
अमित शाह ने कहा कि आज यहां जिस संकल्प पत्र का विमोचन हुआ है, वह महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है। महाराष्ट्र एक प्रकार से कई युगों से हर क्षेत्र में देश का नेतृत्व कर रहा है। एक जमाने में जब जरूरत थी, तब भक्ति आंदोलन की शुरुआत भी महाराष्ट्र से हुई, गुलामी से मुक्ति का आंदोलन भी शिवाजी महाराज ने यहीं से शुरू हुआ, समाजिक क्रांति की शुरुआत भी यहीं से हुई है और महाराष्ट्र की जनता की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब हमारे संकल्प पत्र में दिखाई पड़ता है। उन्होंने आगे कहा कि हमने इस संकल्प पत्र के माध्यम से महापुरुषों की परंपराओं और सांस्कृतिक विरासतों को आगे बढ़ाने का संकल्प भी रखा है। अराजकता फैलाकर विकास के नाम पर विफल राज्य देने वालों की विफलताओं से बोध लेकर मजबूत, समृद्ध और सुरक्षित महाराष्ट्र के लिए योजनाएं भी हमारे इस संकल्प पत्र में हैं। अघाड़ी की सारी योजनाएं सत्ता की लालच में तुष्टिकरण की हैं, विचारधाराओं का अपमान करने वाली हैं और महाराष्ट्र की संस्कृति से छल करने वाली हैं।


10 वादों का ऐलान कर चुकी महायुति
5 अक्टूबर को एकनाथ शिंदे ने महायुति के घोषणा पत्र के 10 प्रमुख वादों का ऐलान किया था। एकनाथ शिंदे ने कोल्हापुर में जनसभा के दौरान कहा था कि विजन महाराष्ट्र 2029 के लिए सरकार बनने के 100 दिनों के भीतर घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा किया जाएगा।


महाविकास अघाड़ी ने दी 5 गारंटी
महाविकास अघाड़ी ने रविवार को महाराष्ट्र चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि महाराष्ट्र के विकास के लिए हमारे 5 स्तंभ हैं। महाराष्ट्र का विकास और प्रगति खेती, ग्रामीण विकास, उद्योग और रोजगार, शहरी विकास, पर्यावरण और जन कल्याण पर आधारित होगा। खडग़े ने कहा- हम 5 गारंटी दे रहे हैं और यह पूरे महाराष्ट्र के कल्याण के लिए होंगी। खडग़े बोले कि हम हर परिवार को सालाना 3 लाख रुपए की मदद करेंगे। महालक्ष्मी स्कीम के तहत महिलाओं को 3 हजार रुपए महीना दिया जाएगा। महिलाओं के लिए बस सर्विस फ्री रहेगी। कुटुंब रक्षा के तहत 25 लाख रुपए तक स्वास्थ्य बीमा, मुफ्त दवा। कृषि समृद्धि के तहत किसानों का 3 लाख रुपए तक का कर्ज माफ होगा। नियमित कर्ज चुकाने पर 50 हजार रुपए का प्रोत्साहन। युवाओं को वचन दिया है कि बेरोजगारों को हर महीने 4 हजार रुपए की मदद। समानता की गारंटी के तहत जातिगत जनगणना होगी। 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा हटाएंगे।


 डबल इंजन सरकार पटरी से उतर गई
मेनिफेस्टो जारी करने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने एक बार फिर महाराष्ट्र की मौजूदा महायुति सरकार पर निशाना साधा। खडग़े बोले- डबल इंजन सरकार पटरी से उतर गई है। महाराष्ट्र के लिए यह जरूरी है कि वह महायुति सरकार को हराए और सुशासन के लिए एमवीए को सपोर्ट करे। खडग़े ने कहा- महाविकास अघाड़ी के घोषणापत्र में ग्रामीण और शहरी विकास तथा कृषि के विकास पर जोर दिया गया है। जाति जनगणना लोगों को बांटने नहीं बल्कि यह समझने के लिए है कि अलग समुदायों को किस तरह रखा गया है ताकि उन्हें ज्यादा लाभ मिल सके।


आरक्षण की 50 फीसदी की सीमा हटाने का वादा
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि महाराष्ट्र की प्रगति और विकास के लिए हमारे पास पांच स्तंभ हैं, जो कृषि और ग्रामीण विकास, उद्योग और रोजगार, शहरी विकास, पर्यावरण और लोक कल्याण पर आधारित हैं। घोषणा पत्र जारी करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बेरोजगार युवाओं को 4000 रुपये मासिक वजीफा दिया जाएगा। 25 लाख रुपये की हमारी स्वास्थ्य बीमा योजना राजस्थान में अशोक गहलोत द्वारा शुरू की गई थी और इसे महाराष्ट्र में भी लागू किया जाएगा। हम मुफ्त दवाइयां भी उपलब्ध कराने का वादा करते हैं। हमने जाति जनगणना करने का फैसला किया है और हम तमिलनाडु की तरह आरक्षण पर 50 प्रतिशत की सीमा को हटा देंगे।