यह छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर जनरेशन कंपनी का सबसे बड़ा और सबसे आधुनिक संयंत्र होगा। अधिकारियों के मुताबिक मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने समीक्षा बैठक में अफसरों को पावर प्लांट लगाने संबंधी निर्देश दिए हैं। नए सुपर क्रिटीकल नए पावर प्लांट से बिजली सस्ती होगी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भविष्य में बिजली की मांग और आपूर्ति को ध्यान में रखते हुए 2030-31 तक नए प्लांट की जरूरत होगी। सीएम ने राज्य की बिजली उत्पादन कंपनी को कोरबा पश्चिम में उपलब्ध भूमि पर 2x660 मेगावॉट सुपर क्रिटीकल नए पावर प्लांट लगाने जरूरी कदम उठाने को कहा। कोरबा में 660 मेगावॉट के 2 पावर प्लांट लगाए जाएंगे। विद्युत उत्पादन कंपनी के प्रबंध निदेशक एनके बिजौरा ने बताया गया कि यह सुपर क्रिटिकल संयंत्र अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगी। नए पावर प्लांट से एक तरफ पर्याप्त बिजली की मिलेगी वहीं रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

एमडी एनके बिजौरा ने बताया कि कोरबा पश्चिम में नए पावर प्लांट लगाने के लिए शासन के पास खुद की जमीन उपलब्ध है। अपेक्षित परियोजना स्थल पर कोयले की उपलब्धता सुनिश्चित करने वर्तमान चलित उत्पादन संयंत्रों के लिए कंवेयर बेल्ट की सुविधा भी उपलब्ध है। सीएम के निर्देश के बाद संयंत्र लगाने की जरूरी स्वीकृतियां, कोयला आवंटन, पानी की उपलब्धता सहित विस्तृत डीपीआर तैयार करने का कार्य विद्युत उत्पादन कंपनी द्वारा तेजी से पूरा किया जाएगा। वर्ष 2030-31 तक नए प्लांट से बिजली का उत्पादन हो इसके लिए प्रयास किए जाएंगे। सुपर क्रिटिकल प्लांट से बिजली भी सस्ती होगी।