भोपाल । पहले कोविड महामारी, फिर रूस-यूक्रेन युद्ध में यूक्रेन में फंसे भारतीय बच्चे... और अब इंदौर में जनवरी 23 में प्रस्तावित अप्रवासी भारतीय सम्मेलन को लेकर भाजपा अभी से अलर्ट है। हाल ही में प्रदेश भाजपा ने 17 से ज्यादा अलग-अलग विभागों में नई नियुक्तियां की हैं। इसी नियुक्ति में एक है विदेश संपर्क विभाग। अब इसी विभाग के पास जिम्मेदारी है कि वह इंदौर सहित प्रदेश के जितने भी परिवार विदेशों में रहते हैं, ऐसे 5 लाख से ज्यादा लोगों का डेटा जुटाए। इसी के साथ प्रदेश के उन 6 लाख युवाओं का भी रिकॉर्ड यह विभाग तलाशने में जुटा है, जो विदेश में रहते हैं। भाजपा का मानना है कि प्रदेश और विदेश के बीच विदेश संपर्क विभाग अब एक वन स्टॉप सेंटर की तरह काम करेगा। इस विभाग की प्रदेश संयोजक डॉ. दिव्या गुप्ता को बनाया गया है। इनके साथ सह संयोजक इंदौर के ही रोहित गंगवाल और सुधांशु गुप्ता हैं। डॉ. गुप्ता के मुताबिक हम अप्रवासियों के नाम-पते और मोबाइल नंबर निकाल रहे हैं। विभाग का काम ही इनसे संपर्क साधना है। मंशा और उद्देश्य यह है कि यूक्रेन जैसी दिक्कत आए तो सरकार उनसे सीधे संपर्क कर ले। दूसरा उद्देश्य यह कि ये लोग अपने प्रदेश के लिए किस तरह से मदद कर सकते हैं। हम इनसे संपर्क कर डिमांड भी करेंगे, यदि वे सहयोग करना चाहें। हमें उम्मीद है कि 10 लाख सेे ज्यादा लोगों, युवाओं को हम जोड़ लेंगे।

पार्टी न केवल बच्चों, बल्कि परिजन से भी संपर्क करेगी
पार्टी भले ही इसे संपर्क का माध्यम बताए, लेकिन राजनीतिक विश्लेषक इसे आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी मान रहे हैं। पार्टी न केवल विदेश में पढऩे वाले बच्चों, बल्कि उनके परिजन के साथ भी संपर्क करेगी। इनका नाम, पता और मोबाइल नंबर का रिकॉर्ड ऑनलाइन रखा जाएगा। इसके पीछे विधानसभा चुनाव में बच्चों और परिजन के वोट लेनेे की तैयारी है। प्रकोष्ठ विदेश में पढऩे वाले बच्चों का रिकॉर्ड तो रखेगा। ये बच्चे कभी भी किसी तरह की परेशानी आने पर 24 घंटे प्रकोष्ठ के नंबर या ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर संपर्क कर सकेंगे।

विदेश से वापस आने वालों के लिए हम बनेंगे माध्यम
कई बार विदेश जाने वाले लोग वापस आना चाहते हैं। ऐसे में वे यहां कुछ करना चाहते हैं, स्टार्टअप या निवेश करना चाहते हैं तो उनका सीधा संपर्क वल्लभ भवन से नहीं हो पाता। हम उनकी मदद करेंगे। अभीइसी टीम में मुख्यमंत्री, प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा, डॉ. गुप्ता और दो सह-संयोजक हैं। बाद में यह टीम जिलों तक बनेगी।