भोपाल । मध्यप्रदेश के पांच संभागों के जिलों में झमाझम बारिश होने के आसार बन रहे हैं, वहीं प्रदेश के पांच जिलों में अभी भी पर्याप्त बारिश नहीं हो सकी है। इन जिलों को बारिश की दरकार है। शुक्रवार से ग्वालियर, चंबल, इंदौर, उज्जैन एवं नर्मदापुरम संभागों के जिलों में झमाझम वर्षा शुरू होने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून ट्रफ भी मध्य प्रदेश के मध्य से होकर गुजर रहा है। इन दो मौसम प्रणालियों के असर से एक बार फिर मानसून सक्रिय हो गया है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के असर से मप्र के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छी वर्षा हो सकती है। इस सीजन में गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मप्र में कुल 996.3 मिमी. वर्षा हो चुकी है, जो सामान्य वर्षा (848.1 मिमी.) की तुलना में 17 प्रतिशत अधिक है। हालांकि अभी भी मप्र के पांच जिलों रीवा, सीधी, दतिया, झाबुआ एवं आलीराजपुर में पानी की दरकार है। इन जिलों में अभी तक सामान्य से 30 प्रतिशत कम वर्षा हुई है। मानसून के एक बार फिर सक्रिय होने से इन पांच जिलों के भी संकट से उबरने की उम्मीद की जा रही है। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, वर्षा का दौर थमने और वातावरण में नमी बरकरार रहने से फिलहाल उमस बढ़ गई हैं। वर्तमान में मानसून ट्रफ बाड़मेर, भोपाल, जगदलपुर, आंध्र प्रदेश से हाेकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मानसून ट्रफ के कारण आ रही नमी के कारण शुक्रवार को इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम, ग्वालियर, चंबल संभागों के जिलों में झमाझम वर्षा होने के आसार हैं। मानसून ट्रफ के भोपाल से गुजरने के कारण शुक्रवार को राजधानी में भी गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है।उधर गुरुवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक मंडला में 32, खरगोन में 19, सतना में 17, जबलपुर में 13.2, दमोह में छह, उमरिया में पांच, धार में दो, सीधी में दो, बैतूल में एक, छिंदवाड़ा में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई। खजुराहो में बूंदाबांदी हुई।