अमेठी लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी और सांसद स्मृति ईरानी ने सोमवार को अपना नामांकन दाखिल किया। इस दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत कई बड़े नेता मौजूद रहे। डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अमेठी में एक नया इतिहास बना है। जिस तरह से जनसैलाब आया है और मैं इसका साक्षी बना हूं, हमारी बहन स्मृति ईरानी जी जबरदस्त प्रत्याशी हैं। अब देखना है कि कांग्रेस किसे जबरदस्ती प्रत्याशी बनाकर लाती है? पहले इस सीट पर एक राजपरिवार लड़ता था, जो अब यहां से भाग गया है। राहुल की जगह प्रियंका गांधी को अमेठी से उम्मीदवार बनाने की संभावनाओं पर डॉ. यादव ने कहा कि वह भी भाग जाएंगी। 

हमारे संवाददाता ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से खास बातचीत की। डॉ. यादव ने भी बेबाकी से सभी सवालों का जवाब दिया। पेश है उनसे बातचीत के प्रमुख अंश- विपक्षी आपका उत्तरप्रदेश में खूब स्वागत करते हैं। सवाल पूछते हैं कि आखिर मोहन यादव यहां क्या साधना चाहते हैं?

डॉ. मोहन यादव: वे क्या कहते हैं, मुझे मालूम नहीं। लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को दुनिया में नंबर एक बनाना चाहते हैं। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के हाथों को मजबूत करें। अमेठी में एक राजपरिवार का कब्जा था, जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी स्थानीय नेतृत्व को दबाना चाहता था। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि पिछली बार स्मृति ईरानी ने यहां लोकतंत्र की स्थापना की। जो एक मिथक था कि तथाकथित राजपरिवार कभी हारता नहीं है, वे यहां से भागकर गए। अब पता नहीं चल रहा है कि वे क्या करेंगे? डर के मारे उनकी स्थिति बहुत खराब है।

अमेठी में राहुल गांधी परिवार के लिए लड़ाई कैसी होगी?

डॉ. मोहन यादवः भाजपा के सिपाही कभी डरते नहीं हैं और पिछली बार हमारी बहन उन्हें धूल चटा चुकी है। राहुल गांधी हो या प्रियंका गांधी, कोई भी यहां से नामांकन भरे, भाजपा ने यहां खुलेआम जनता के बीच अपनी लोकप्रियता सिद्ध की है। पिछली बार का चुनाव जीता है। जो भी आएगा, स्मृति ईरानी जी के सामने टिकने वाला नहीं है।

अगर प्रियंका गांधी प्रत्याशी बनती हैं तो क्या अमेठी के समीकरण बदलेंगे?

डॉ. मोहन यादवः स्मृति ईरानी जी ने अमेठी में इतना काम किया है कि यहां कोई भी चुनाव लड़ने आ जाए, कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव क्या कहते हैं, मुझे इससे फर्क नहीं पड़ता है। भाजपा का कार्यकर्ता होने के नाते मैं पार्टी की अच्छाई अपने समाज और देश दोनों को बताता हूं। भाजपा परिवारवाद को लेकर नहीं चलती है। पार्टी ने मेरे जैसे साधारण कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री बनाकर सम्मानित किया है। पूरे देश में पार्टी इसे लेकर चलती है। हमें एक परिवार पर सीमित नहीं होना है। तथाकथित परिवारवादी भाव से ही हमारी लड़ाई है।

बीजेपी आपको उत्तर प्रदेश और बिहार में चेहरा बनाकर यादव वोटबैंक तक पहुंचना चाहती है?

डॉ. मोहन यादवः मैं सात राज्यों में जा रहा हूं। सिर्फ बिहार और यूपी का दौरा नहीं कर रहा हूं। मैं भी आजमगढ़ का निवासी हूं, बाद में हमारा परिवार मध्यप्रदेश पहुंचा और आज हम वहां से अपना दायित्व निभा रहे हैं। हमारे लोगों के बीच में मैसेज जाना चाहिए कि यहां किसी एक परिवार का ठेका नहीं है। यहां सभी का स्वागत है। कोई किसी भी परिवार से आ सकता है। मैं इस बात का उदाहरण हूं और मुझे इस बात का गर्व भी है।

क्या आप अपने समुदाय को एकत्रित कर पाएंगे?

डॉ. मोहन यादव: जो जनता की सेवा करेगा, जो जनता के बीच रहेगा, वो निर्वाचन में विजयी होगा। अमेठी में इतना बड़ा उदाहरण दिखा है। वो लोग यहां से भागे, न जाने कहां रहना चाहते हैं, न यहां रहना चाहते हैं न वहां रहना चाहते हैं।

यूपी में सियासी विरोधी आपके दौरों पर बड़ा कमेंट करते हैं?

डॉ. मोहन यादव: यूपी के हर मंत्रिमंडल में हमारे यादव बंधु कोई न कोई मंत्री रहे हैं। विपक्षियों ने कभी अपने घर के बाहर के लोगों को मुख्यमंत्री बनाया? जो बोलते हैं वे ये बताएं कि वे दूसरे को मौका कब देंगे? घमंडिया गठबंधन के लोग क्या कर रहे हैं? ये वही बात है, ये गए वो आए, वो गए ये आए, होना परिवार का ही चाहिए, क्योंकि बाहरी पर भरोसा नहीं करते।

मध्य प्रदेश में इस बार क्या होने जा रहा है?

डॉ. मोहन यादवः दूसरी पार्टी भी नहीं बची है। 2014 में हम 29 में से 27 जीते, 2019 में हम 28 जीते। इस बार हम सभी सीटों को जीत रहे हैं। छिंदवाड़ा रह गई थी, वहां की जनता का जो फीडबैक है, वह कह रहा है कि हम चुनाव जीत चुके हैं। औपचारिकता बची है। निर्वाचन आयोग जब घोषणा करेगा, तब करेगा।  

छिंदवाड़ा में ऐसा क्या हुआ है, जो आप आश्वत हैं?

डॉ. मोहन यादवः जो अमेठी में कर दिखाया, वह छिंदवाड़ा में कर दिखाएंगे। अमेठी में बरसों से एक परिवार का कब्जा था। हम यह लोगों को जाकर बताने में सफल रहे। इस बार हम छिंदवाड़ा में भी यह बात लोगों तक पहुंचाने में कामयाब रहे हैं। जो अमेठी में कर दिखाया था, वो छिंदवाड़ा में भी कर दिखाएंगे।

मध्य प्रदेश में 2019 के मुकाबले मतदान कम हुआ है?

डॉ. मोहन यादवः चुनाव आयोग मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए प्रयास करता है। हम भी करते हैं। कटाई का सीजन चल रहा है। शादियों का सीजन था। धूप भी बहुत थी। ऐसे कई कारण थे, जिनसे मतदान प्रभावित हुआ। सबसे बड़ा कारण था कि कांग्रेस के लोग निकल नहीं रहे हैं। उनमें उत्साह ही नहीं बचा है।