ग्वालियर में सुबह चाय पर चर्चा हुई और दोपहर में युवाओं से उनके मन की बात जानी गई। वहीं, शाम को बीजेपी-कांग्रेस और अन्य दलों के नेताओं से राजनीतिक चर्चा की गई। इस दौरान नेताओं में तीखी बहस देखने को मिली।

बता दें कि ग्वालियर लोकसभा सीट से 19 प्रत्याशी मैदान में हैं। मुख्य मुकाबला बीजेपी के भारत सिंह कुशवाह और कांग्रेस के प्रवीण पाठक के बीच है। पहली बार बीजेपी ने किसी ग्रामीण क्षेत्र से जुड़े चेहरे को प्रत्याशी बनाया है। जबकि कांग्रेस ने इसके उलट शहर से प्रत्याशी दिया है।

इन दोनों के अलावा यहां से अर्चना सिंह राजपूत भी चुनाव लड़ रही हैं। वे सभी प्रत्याशियों में सबसे कम उम्र की हैं। अर्चना के उतरने से सबसे अधिक नुकसान बीजेपी को हो रहा है। राजपूत समाज के साथ-साथ दूसरे समाज के लोगों का समर्थन अर्चना को मिल रहा है।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष व प्रवक्ता धर्मेंद शर्मा ने कहा, इस बार ग्वालियर का युवा प्रवीण पाठक को चुनेगा, उसका मुख्य कारण है यहां का युवा बेरोजगार है और जिला बदहाल है। किसी समय में ग्वालियर जिला, इंदौर, उज्जैन सहित अन्य शहरों से आगे था। बीजेपी की प्रदेश में 20 साल से और केंद्र में 10 साल से सरकार है, लेकिन विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ है। यहां 20 साल में कोई नया औद्योगिक कार्य नहीं हुआ है। युवाओं के लिए कुछ भी रोजगार नहीं है। यदि आपको पढ़ा-लिखा बेरोजगार कहीं मिलेगा तो मध्यप्रदेश में मिलेगा। यहां के युवा नौकरी के लिए दूसरे शहर में पलायन करते हैं। यहां पानी की भारी कमी है।

शिक्षाविद ने कहा, राम मंदिर तो आस्था का विषय है। लेकिन जनता की जो इच्छाएं है वो हो गया। विकास तो हो रहा है, लेकिन मंहगाई ज्यादा है। बीजेपी के प्रवक्ता ब्रजराज सिंह ने कहा, लोगों की आय बढ़ी है। लक्ष्मीकांत बम को लेकर बोले, क्या पहले ऐसा नहीं हुआ है। इससे पहले देश में 28 सांसद निर्विरोध चुने गए हैं। इनमें सबसे ज्यादा कांग्रेस के हैं। वहीं छात्रों ने कहा, मोदी जी जिस गारंटी को लेकर आए थे, उनमें से क्या पूरा किया। 20 करोड़ रोजगार कहां हैं। प्राइवेट सेक्टर को सरकार ने खत्म कर दिया। पटवारी भर्ती में जमकर घोटाला हुआ है।