छत्तीसगढ़ में सरकार सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर (EWS) विद्यार्थियों को नि:शुल्क कोचिंग सुविधा देने जा रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने EWS वर्ग के विद्यार्थियों के परिवार की आर्थिक कठिनाइयों को देखते हुए यह फैसला किया है। बताया जा रहा है, मुख्यमंत्री ने आदिवासी विकास विभाग को अनुसूचित जाति, जनजाति, और अन्य पिछड़ा वर्ग के साथ-साथ EWS वर्ग के विद्यार्थियों के लिए कोचिंग की व्यवस्था करने को कहा है। इसके साथ ही कोचिंग में प्रवेश के लिए आवश्यक दिशा-निर्देंश जल्द तैयार करने के लिए भी कहा गया है। आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में राज्य के अनुसूचित जाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और EWS वर्ग के कुल 400 छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिये निःशुल्क कोचिंग सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके तहत छात्र-छात्राओं को PMT, PET, NSTE, JEE main/advance, AIIMS, NEET, CA/CS, CLAT, NDA जैसे पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कोचिंग मिलेगी। छात्र-छात्राओं को इन परीक्षाओं के लिए कोचिंग रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग और भिलाई की प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थाओं के माध्यम से दिया जाना है।

छत्तीसगढ़ में अभी तक अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के साथ-साथ अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों के लिए ऐसी सुविधा मिल रही थी। उनके लिए अखिल भारतीय इंजीनियरिंग एवं मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं आदि के लिए निःशुल्क कोचिंग की व्यवस्था है। अब इस नई पहल के बाद EWS वर्ग के विद्यार्थियों को भी निःशुल्क कोचिंग की सुविधा मिलेगी। सरकार इस वर्ग के लिए 10% आरक्षण पहले ही लागू कर चुकी है।