GOI Calendar: 2023 के लिए भारत सरकार का आधिकारिक कैलेंडर जारी...
Govt of India Calendar: भारत सरकार का कैलेंडर जारी करते हुए केंद्रीय मंत्री ने अनुराग ठाकुर ने कहा कि कैलेंडर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के भरोसे का प्रतिबिंब है। कैलेंडर में 12 महीनों के लिए चयनित 12 थीम सरकार की ओर से चल रही लोक कल्याणकारी योजनाओं की झलक है।केन्द्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को वर्ष 2023 के लिए भारत सरकार का आधिकारिक कैलेंडर जारी किया। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कैलेंडर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के भरोसे का प्रतिबिंब है। उन्होंने जोशपूर्ण तरीके से आगे बढ़ रहे भारत को दर्शाने वाली 12 छवियों के प्रभावशाली संग्रह वाले कैलेंडर की सराहना की। उन्होंने कहा कि कैलेंडर में 12 महीनों के लिए चयनित 12 थीम सरकार की ओर से चल रही लोक कल्याणकारी योजनाओं की झलक है।
सूचना व प्रसारण मंत्री ने कहा कि कैलेंडर को दो साल के अंतराल के बाद वास्तविक रूप से कागज पर मुद्रित किया जा रहा है, जबकि दो वर्ष तक कैलेंडर केवल डिजिटल रूप में लाया गया था। ठाकुर ने इसे सरकार की सर्वश्रेष्ठ कृतियों में से एक बताते हुए कहा कि इस वर्ष कैलेंडर डिजिटल और भौतिक दोनों रूपों में उपलब्ध है जो सरकार के प्रयासों व कल्याणकारी उपायों के बारे में जानकारी देने के लिए एक प्रसार माध्यम होगा। उन्होंने कहा कि इस संदेश के वितरण का उद्देश्य देश में सभी पंचायतों को कैलेंडर वितरित करके जमीनी स्तर तक ले जाना है।
कैलेंडर के लिए थीम 'नया वर्ष, नए संकल्प' रखी गई है। इसे हिन्दी और अंग्रेजी सहित 13 भाषाओं में उपलब्ध कराया जाएगा तथा सभी सरकारी कार्यालयों, पंचायती राज संस्थानों, स्वास्थ्य केन्द्रों, नवोदय और केन्द्रीय विद्यालयों, जिलों में बीडीओ और डीएम के कार्यालयों में वितरित किया जाएगा तथा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों और स्वायत्त संस्थानों की खरीद के लिए उपलब्ध होगा। इसकी कुल 11 लाख प्रतियां छपवाई जाएंगी और पंचायतों को क्षेत्रीय भाषाओं में 2.5 लाख प्रतियां वितरित की जाएंगी।
ठाकुर ने मंत्रालय के विभिन्न संस्थानों की उपलब्धियों को भी दोहराया। प्रसार भारती ने अपने सभी एनालॉग टेरेस्ट्रियल ट्रांसमीटरों को समाप्त कर दिया है, महत्वपूर्ण स्थानों में 50 ट्रांसमीटरों की उम्मीद है। वहीं डीडी फ्री डिश 2022 की शुरुआत में 43 मिलियन से अधिक घरों तक पहुंच चुकी थी, प्रसार भारती के तहत विभिन्न चैनल 2 करोड़ से अधिक ग्राहकों तक पहुंच चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि इस वर्ष देश में 75 सामुदायिक रेडियो स्टेशन जोड़े गए हैं जिससे इनकी संख्या 397 तक पहुंच गई है।
उन्होंने दर्शकों को आगे बताया कि केंद्रीय संचार ब्यूरो की स्वचालन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, यही प्रक्रिया भारत के समाचार पत्रों के रजिस्ट्रार के लिए चल रही है। उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने पिछले 5 वर्षों में पत्रकार कल्याण योजना के तहत 290 पत्रकारों और पत्रकारों के परिवारों को 13.12 करोड़ रुपये वितरित किए हैं।