जर्मनी । जर्मन के वैज्ञानिकों ने मानव शरीर से बने ओएच रेडिकल का पता लगाया है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह एक स्व विकसित ऑक्सीकरण की प्रक्रिया है। साइंस मैगजीन में यह शोध प्रकाशित हुआ है। जिसमे वैज्ञानिकों ने हवा में मौजूद ओजोन, मानव त्वचा से बने तेल के संपर्क में आते हैं। तब ऐसे अणुओं का निर्माण होता है। जो हमारे आसपास की हवा को शुद्ध करते हैं।