मॉइस्चराइजिंग : बॉडी वॉश लिक्विड फॉर्म में होते हैं। इनसे स्किन संबंधी परेशानियां किसी दूसरे को नहीं फैलती। बॉडी वॉश शरीर को मॉइस्चराइज करता है। जबकि साबुन से नहाने पर शरीर में रूखापन रहता है। साबुन को दूसरे भी इस्तेमाल करते हैं और साबुन खुला रहता है। लेकिन बॉडी वॉश पैक रहता है और इसे भीतर से छुआ भी नहीं जा सकता है।
ड्राई स्किन : जिन लोगों की स्किन ड्राई रहती है वो लोग बॉडी वॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि बॉडी वॉश में ऐसे हाइड्रेटिंग इंग्रीडिएंट्स होते हैं जो शरीर को मॉइश्चराइज करते हैं। बॉडी वॉश ड्राई स्किन वालों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। हालांकि बाजार बहुत से तरह के साबुन भी उपलब्ध हैं जो आम सोप के मुकाबले ड्राई स्किन के लिए अधिक फायदेमंद होते हैं।
सेंसिटिव स्किन : सेंसिटिव स्किन वाले लोग बॉडी वॉश का प्रयोग कर सकते हैं क्योंकि स्किन सेंसिटिव होने के कारण जब वह किसी दूसरे का प्रयोग किए हुए साबुन का इस्तेमाल करते हैं तो उससे उनको स्किन एलर्जी हो सकती है। इसके साथ ही आपको गंभीर त्वचा रोग जैसे सोरायसिस, एक्ने आदि है तो भी आप बॉडी वॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे यह परेशानी अन्य किसी और को नहीं फैलेगी और उस बॉडी वॉश को घर के बाकी लोग भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आमतौर पर साबुन को घर के सभी सदस्य इस्तेमाल करते हैं। जो त्वचा के लिए ठीक नहीं होता और स्किन एलर्जी होने की संभावना होती है।
ऑइली स्किन : ऑइली स्किन वालों के लिए बॉडी वॉश बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि इसमें ऐसे इंग्रीडिएंट्स होते हैं जो स्किन से ऑइली तत्त्वों को बाहर निकालते हैं। जिन लोगों की स्किन ऑइली होती है वह बॉडी वॉश का इस्तेमाल कर सकते हैं। वहीं, बायो सोप ऑयली स्किन से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है। जिन साबुन में बादाम, मारगोसा और नारियल तेल होता है उस साबुन को भी आप इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि ये पोषक गुण होते हैं। जो ऑइली स्किन के लिए वालों के लिए फायदेमंद होता है। इसके साथ ही इन साबुन में हल्दी भी मिलाई जाती है जो एंटी बैक्टीरियल होती है।
बैक्टीरियल इंफेक्शन : अगर आपको किसी तरह का बैक्टीरियल इंफेक्शन है तो साबुन का प्रयोग करें। क्योंकि साबुन को आप उस जगह लगा सकते हैं जहां वह इंफेक्शन हुआ है।