बीना   बीना में पिछले दिनों हुई लगातार बारिश से कई गांवों में बाढ़ के कारण ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। इसी बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी रिफायनरी के हैलीपेड पर उतरे और विदिशा की कुरवाई तहसील के लायरा बाढ़ से नुकसान को देखने के लिए गए थे। लेकिन उन्होंने बीना क्षेत्र में बाढ़ से हुए नुकसान को नहीं देखा। यहां तक कि मुख्यमंत्री के आगमन पर सांसद भी हैलीपेड पर आए थे। उन्होंने भी खेतों में जाकर किसानों की कोई सुध नहीं ली थी। जिसको लेकर किसानों ने आरोप लगाते हुए बीना के तहसील कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था और स्थानीय विधायक सहित सांसद को खरी खोटी सुनाई थी। उसके बाद सांसद राजबहादुर ने सुध ली और स्थानीय विधायक महेश राय और अधिकारियों के साथ मिलकर खेतों में हुए नुकसान को देखा।

किसानों से चर्चा की सांसद ने

सागर सांसद राजबहादुर सिंह ने स्थानीय लोगों के साथ बैठकर उनकी समस्याएं सुनी और नुकसान की भरपाई का आश्वासन दिया। सांसद सबसे पहले सिरचौपी पहुंचे और वहां पर खेतों में हुए नुकसान का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने बेतवा किनारे बसे लखाहार, ढाना, बेसरा सहित अन्य गांवों का भी निरीक्षण किया। जहां उन्होंने स्थानीय प्रशासन से जल्द से जल्द सर्वे कर किसानों को मुआवजा मिल सके।

क्षेत्र के किसान सांसद से है नाराज

बाढ़ प्रभावित क्षेत्र विदिशा जिले के कुरवाई तहसील का दौरा करने के लिए 24 अगस्त को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बीना रिफाइनरी के हैलीपेड पर आए हुए थे। यहां पर उनका स्वागत करने सागर सांसद राजबहादुर सिंह भी पहुंचे थे। लेकिन सांसद ने बीना क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा नहीं किया। जिस बात को लेकर किसानों में आक्रोश था। यहां तक कि किसानों ने कहा था कि सांसद नगर पालिका के गौरव दिवस के मौके पर रात करीब 10 बजे तक बैठकर रंगारंगा कार्यक्रमों का आनंद उठाते रहे। लेकिन उन्हें बीना के बाढ़ में डूबे किसानों का दर्द नहीं दिखा। वह चाहते तो उसी दिन क्षेत्र का दौरा कर सकते थे लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।